चक्रवातीय वर्षा के बारे में ।
चक्रवातीय वर्षा ( Cyclonic Rainfall ):-
कभी - कभी हवा के भार में अंतर होने के कारण तुफान आते हैं जिन्हें चक्रवात कहते हैं । इनका आकर गोलाकार होता है । केंद्र में निम्न वायु भार और बाहर की तरफ उच्च वायुभार रहता है । बाहर की उच्च भार वाली हवा भीतर की ओर घुसने का प्रयास करती है । केंद्र की निम्न वायुभार वाली गर्म एवं हल्की हवा ऊपर की ओर फैलती है ।
Source: Google |
चक्रवातों की सृष्टि के कारण यह वर्षा होती है, अतः इसे चक्रवातीय वर्षा कहते हैं । शीतोष्ण क्षेत्रों में वर्षा का यह प्रकार विस्तृत रूप में देखने को मिलता है ।